Khatu Shyam Birthday: खाटू श्याम बाबा का जन्मदिन हर साल कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की देवउठनी ग्यारस को मनाया जाता है। इस साल यह विशेष पर्व 1 नवंबर 2025 को आएगा। और इसे लेकर सभी श्याम भक्तों में अपार उत्साह है। इस पावन दिन पर भक्तजन दूर-दूर से राजस्थान के सीकर जिले के खाटू श्याम मंदिर में जाकर उनके दर्शन करते हैं और खाटू श्याम बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
खाटू श्याम मंदिर की संपूर्ण जानकारी
Khatu Shyam Birthday पर विशेष कार्यक्रम
- खाटू श्याम बाबा का श्रृंगार: khatu Shyam Birthday के अवसर पर बाबा श्याम को मंदिर में विशेष इत्र और चंदन से स्नान कराया जाता है। इसके बाद उन्हें गुलाब, चंपा, चमेली जैसे विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया जाता है जिससे बाबा का स्वरूप अत्यंत मनोहारी लगता है।
- Khatu Shyam Temple की सजावट: श्याम बाबा के मंदिर को रंग बिरंगी फूलों और गुब्बारों से सजाया जाता है। जिसके लिए वृंदावन से विशेष कारीगरों को बुलाया जाता है जो बांके बिहारी के मंदिर की तर्ज पर खाटू मंदिर की भव्य सजावट करते हैं। सिंह द्वार पर लड्डू गोपाल और मुरलीधर कंहैया की सुंदर झांकी भी सजाई जाती है।
- विशेष भोग अर्पण: श्याम बाबा को उनका मनपसंद भोग जैसे मिश्री, मावा, और गाय का कच्चा दूध अर्पण किया जाता है। जन्मदिन की खुशियों में भक्तजन मावे का भोग बाबा के चरणों में चढ़ाते हैं और उनके जन्मदिन पर बधाई देते हैं।
- भजन कीर्तन और सांस्कृतिक आयोजन: श्याम बाबा के जन्मदिन की रात मंदिर और धर्मशालाओं में भजन कीर्तन का आयोजन किया जाता है। जिसमें प्रसिद्ध गायको द्वारा बाबा श्याम के भजन प्रस्तुत किए जाते हैं लाखों भक्त इस भजनों में शामिल होकर अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।
खाटू श्याम बाबा के जन्मदिन का महत्व
खाटू श्याम बाबा, जिन्हें श्री कृष्ण का कलयुगी अवतार माना जाता है श्याम बाबा का जन्मदिन उनके भक्तों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। माना जाता है कि इस दिन बाबा के दर्शन मात्र से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। बाबा श्याम को शीश का दानी और हरे का सहारा भी कहा जाता है जो भक्तों की हर कठिनाई में उनके साथ देते हैं।
श्याम बाबा के जन्मदिन पर खाटू नगरी की विशेष व्यवस्था
श्याम बाबा के जन्मदिन के समय खाटू नगरी में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। जिसके कारण प्रशासन विशेष इंतजाम करता है। आसपास के सभी धर्मशाला और होटल पहले से ही बुक हो जाते हैं श्रद्धालु पैदल यात्रा और निशान यात्रा के साथ बाबा का दर्शन करने पहुंचते हैं। कई भक्त अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए बाबा को बांसुरी और मुरली चढ़ाते हैं और अपनी मन्नतें मांगते हैं।
श्याम बाबा के जन्मदिन का आध्यात्मिक महत्व
श्याम बाबा का जन्मदिन देवउठनी एकादशी के दिन मनाने के पीछे एक गहरी आस्था जुड़ी है। पौराणिक कथा के अनुसार बर्बरीक के महान बलिदान से प्रसन्न होकर भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें वरदान दिया था कि कलयुग में वह श्याम नाम से पूजे जाएंगे यही कारण है कि हर साल देवउठनी एकादशी को बाबा श्याम का जन्मदिन मनाया जाता है।
श्याम बाबा के जन्मदिन पर विशेष मंत्र का जाप
श्याम बाबा के जन्मदिन के अवसर पर कुछ विशेष मित्रों का जाप करके भक्त अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए बाबा का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
- ओउम श्याम देवाय बर्बरीकाय हरये परमात्मने। प्रणतः क्लेशनाशाय सुह्रदयाय नमो नमः।
- ओउम मोर्वी नन्दनाय विद् महे श्याम देवाय धीमहि तत्रो बर्बरीक प्रचोदयात्।
- ओउम श्याम शरणम् मम:
- ओउम खाटूनाथाय नमः
इन मंत्रों का जाप कर भक्तजन बाबा से अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं और उनकी कृपा का अनुभव करते हैं।
श्याम बाबा के जन्मदिन का निष्कर्ष व महत्वपूर्ण जानकारी
श्याम बाबा का जन्मदिन उनके भक्तों के लिए एक विशेष पर्व है। जिसे श्याम जन्मोत्सव, श्याम महोत्सव, और कार्तिक महोत्सव, जैसे नाम से जाना जाता है। बाबा के जन्मदिन पर उन्हें समर्पित भक्ति और आस्था के साथ पूजा अर्चना की जाती है जिससे खाटू नगरी एक आध्यात्मिक वातावरण में बदल जाती है।